[ Bharatiya Sanvad News Desk ]
सरकार का ‘ सब पढ़ें, सब बढ़ें ‘ [ पूर्व ‘सर्व शिक्षा ‘ ] अभियान कितना फ्लॉप हो चुका है, इसका एक नमूना उस वक़्त सामने आया, जब अध्यापकों ने स्कूल पढ़ने गए छात्रों को जबरन बाल मज़दूर बना दिया | हुआ यह कि जब छात्र सुबह पढ़ने पहुंचे, तो प्रधानाध्यापक ने उन्हें ईंटें ढोने के काम पर लगा दिया और कहा कि इसके पैसे भी मिलेंगे | उस समय प्राथमिक स्कूल और जूनियर हाई स्कूल जो एक ही में है, उनकी चाहरदीवारी का निर्माण कराया जा रहा था | यह मामला बलरामपुर ज़िलें के हर्रैया सतघरवा ब्लॉक के टेंगनवार ग्राम पंचायत का है |
नियमानुसार अध्यापक ही निर्माण कार्य कराते हैं, जिसमें अक्सर अनियमितता की शिकायतें मिलती रहती हैं | ग्राम प्रधान की निगरानी में यह कार्य संपन्न होता है | बताते हैं कि मज़दूरी बचाने के लिए छात्रों को बाल मज़दूर बनाकर कई दिनों तक उनसे ईटें ढुलवाई गयीं और रोज़ाना शाम को उन्हें मज़दूरी के तौर पर प्रति छात्र दस रुपए दिए गए | इस प्रकार मज़दूरी के पैसे बचा लिए गए और फ़र्ज़ी मज़दूरों के नाम एंट्री करके मज़दूरी की रक़म हड़प ली गयी |
वैसे इन स्कूलों में पढ़ाई न करवाने की पुरानी शिकायत है | आरोप है कि अध्यापक हंसी – ठिठोली में ड्यूटी के घंटे गुज़ार देते हैं | लापरवाही और अनियमितता का आलम यह है कि हर्रैया सतघरवा ब्लॉक के ही सहिजना ग्राम पंचायत के मैनडीह ग्राम स्थित प्राथमिक स्कूल में दूसरी दर्जे के छात्रों को पांचवी कक्षा की किताबें पढ़ने को दी गयीं | जब छात्रों के अभिभावकों ने इस बाबत एकमात्र अध्यापक से बात करनी चाही, तो वे अभद्रता पर उतर आए और शिकायत करनेवालों को डांटकर भगा दिया |
इस अध्यापक पर भी छात्र – छात्राओं को ठीक से न पढ़ाने और तफ़रीह कर ड्यूटी का टाइम पास करने का आरोप है | पिछले दिनों इस अध्यापक ने स्कूल में बच्चों को न पढ़ाकर अपनी मोबाइल पर उन्हें फ़िल्म व अन्य वीडियो दिखाई | उल्लेखनीय है कि यह वही अध्यापक है, जो छात्रों के लिए आनेवाले चावल को चुराते हुए पकड़ा जा चुका है | कुछ ही माह पहले सहिजना ग्राम सभा के मैनडीह स्थित प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक को हर्रैया पुलिस की 100 नंबर की गाड़ी ने बच्चों के लिए आने वाले चावल की बोरी के साथ पकड़ा | अध्यापक अपनी मोटर साइकिल पर चावल की बोरी चुरा कर भाग रहा था | शाम का समय था | जब पुलिसकर्मियों ने मोटर साइकिल की सीट पर बंधी बोरी देखी, तो उन्हें संदेह हुआ | पूछताछ में अध्यापक ने चावल – चोरी की बात क़बूल की , फिर भी कहते हैं कि पुलिसवालों ने अपने ” सामान्य नियम के अनुसार ” वसूली की और जाने दिया ” नए सिरे से नया कारनामा करने के लिए ” | क्षेत्र के लोग प्राथमिक स्कूलों में हो रही इस लूट से काफ़ी नाराज़ हैं |