[ हमारे संवाददाता से ]

देश के अति पिछड़े ज़िलों में शामिल होकर आठवें पायदान पर पहुंचने वाला उत्तर प्रदेश का बलरामपुर ज़िला क़ानून – व्यवस्था की दृष्टि से भी संतोषजनक स्थिति में नहीं है | इसका सीमांचल क्षेत्र हर्रैया थाना क्षेत्र में आए दिन चोरियां हो रही हैं , मगर पुलिस इसकी रोकथाम के लिए कुछ ख़ास नहीं कर पा रही | यहाँ के लोग अब इतने निराश हो चुके हैं कि पुलिस में तहरीर भी नहीं दे रहे | कहते हैं कि तहरीर देने पर भी पुलिस कुछ नहीं करती |

अभी पिछली 27 मई  2018 को उक्त थानान्तर्गत ग्राम मैनडीह में राजेश्वरी वर्मा पुत्र झिन्नू के दो कमरों में नकबजनी की गई और चोर हज़ारों रुपयों की नक़दी और जेवरात चुरा ले भागे | इस सिलसिले में थाने में जो तहरीर दी गई है , उसमें चोरों द्वारा पचास हज़ार रुपए के माल ले भागने का बात कही गई है | इसमें ज़ेवरात के साथ ही बीस हज़ार रुपए की नक़दी और एक अदद सोने की चेन शामिल है | इस घटना के दूसरे दिन की रात में पुलिस ने गाँव में गश्त की , लेकिन वह अभी तक न ही चोरों को गिरफ्तार कर पाई है और न चोरी गए सामानों की बरामदगी ही हो पाई है |

अभी कुछ ही दिन पूर्व गाँव के बल्लम नामक व्यक्ति के यहाँ ने अपना हाथ साफ़ किया था , लेकिन चोरों को नहीं पकड़ा जा सका | सामान की बरामदगी भी नहीं हुई | बल्लम ने चोरी की जो तहरीर थाने में दी थी , उसमें संदिग्ध चोरों का नाम भी उजागर किया था , लेकिन पुलिस ने न ही संदिग्ध चोरों से किसी से पूछताछ की और न ही किसी की गिरफ़्तारी की | सामान की बरामदगी तो बहुत दूर की बात है | उलटे जिस व्यक्ति को चोरों ने निशाना बनाया , उसे ही गाँव छोड़ना पड़ा है | बल्लम अब अन्यत्र गाँव में रहने के लिए मजबूर है | ऐसे में चोरों के हौसले बुलंद हैं |

उक्त गाँव में पिछले एक साल में छह चोरियां या चोरियों के प्रयास हो चुके हैं , जिनमें राज कुमार मिश्र , संवारा देवी के यहाँ हुई चोरियां शामिल हैं | इन सभी चोरियों का तौर – तरीक़ा एक जैसा है , यथा –  बक्सा या बक्सों को उठा ले जाना और उन्हें तोड़कर नक़दी और ज़ेवरात को ही साफ़ करना | पुलिस ने किसी  भी मामले में कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की है |  इससे लोग भयभीत हैं | ऐसी भी चर्चा है कि पुलिस चोरों को भली – भांति जानती है | पुलिस के अनुसार , कार्रवाई जारी है |

 

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