तनी हुई रस्सी का खेल और बचपन | यह उत्तर प्रदेश का पुराना शहर है बलरामपुर | राजा का बसाया शहर बलरामपुर | इसके पश्चिम में 17 किलोमीटर की दूरी पर श्रावस्ती है , जहाँ महात्मा बुद्ध आते -जाते रहते थे | मुल्क की आज़ादी के सत्तर सालों बाद भी बुनियादी ज़रूरतों और चीज़ों के लिए जूझता और मुश्किल से साँस लेता शहर बलरामपुर | कचरे के ढेर और खुली -बजबजाती नालियों से निकलती बदबू का शहर बलरामपुर |

कहते हैं शहर के बूढ़े -बुजुर्ग कि इस शहर और इलाक़े ने देश को कई दिग्गज नेता दिए, संसद और विधान सभा के लिए , यहाँ तक की एक सौम्य-उदार छवि वाला प्रधानमंत्री भी|आप सबने तो नाम सुना ही होगा माननीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का ,जो जीवित तो हैं मगर संज्ञाशून्य और गुमनाम | वे 1957 में यही से पहली बार संसद में पहुँचे थे |

कहते हैं लोग इस शहर के ही कि देश के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के भाग्य का दरवाज़ा भी यही आने के बाद खुला था | वे यहाँ से जाने के बाद ही अटल जी के शासन काल में गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे |आज देश के बड़े प्रधान हैं | यह शहर हमेशा अपने द्वारा गढ़े हुए किस्सों के संसार में जीता है |

इसके पास गर्व करने के लिए राजा हैं , तो आज़ाद हिन्दुस्तान में लोकतंत्र के कई चटपटे और मसालेदार किस्से भी हैं | यहाँ बेशुमार लोग हैं जिनके सीधे रिश्ते अटल जी, मोदी जी,मुलायम सिंह,सुश्री मायावती और माननीय मुख्यमंत्री योगी जी से हैं | इसी शहर में राजा का बनवाया एक डिग्री कॉलेज भी है , जो तराई के अॉक्सफोर्ड नाम से नवाज़ा जाता रहा है और है एक चीनी मिल भी |

मुझे पता नहीं सच क्या है ,पर कहते हैं शहर के लोग ही कि इसकी चीनी जापान जाती है |इस शहर में मुझ जैसे बन्दे का भी 22 वाँ साल है,डिग्री कॉलेज में हिन्दी कविता -कहानी और काव्यशास्त्र पढ़ाते हुए | यह शहर कवियों और शायरों का भी है | यही के थे नामचीन शायर अली सरदार जाफरी और पद्मश्री बेकल उत्साही, जिनको पूरी दुनिया जानती है | यही के थे हिंदी कवि देवी प्रसाद ‘राही’, जिन्होंने ‘ज्योति जवाहर ‘जैसा काव्यग्रंथ लिखा था |जिनकी कविता को संसद में उद्धृत किया था किसी नेता ने | कहते हैं इस शहर के लोग ही चाहे ग़रीब हों या संभ्रान्त कि इस शहर ने बाहरी लोगों को ही ज़्यादा सम्मान और प्यार दिया है | – Dr Chandreshwar [ एम एल के कालेज , हिंदी विभाग, एसोशिएट प्रोफेसर /कवि-आलोचक , बलरामपुर , उ. प्र. ]

 

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