डी एफ ओ ने मजदूरों को बुलाया लेकिन मातहतों ने विलंब से दिया नोटिस

बलरामपुर के वन विभाग की एक और कारस्तानी सामने आई है | लगभग तीन वर्षों से लंबित दर्जन भर से अधिक मनरेगा मजदूरों की मजदूरी के बाबत सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग , बलरामपुर के प्रभागीय वनाधिकारी डॉ . राजीव मिश्रा ने केशव राम एवं अन्य मजदूरों को साक्ष्यों के साथ विगत 20 नवंबर 2017 को बलरामपुर स्थित प्रभागीय कार्यालय में बुलाया था , लेकिन इस पत्र को 23 नवंबर 17 की रात लगभग नौ बजे को मजदूरों को दिया गया | वन विभाग के बनकटवा रेंज के तिर्री नामक वाचर ने इस पत्र को केशव राम को सौंपा और बिना उनका दस्तखत कराए चला गया | केशव राम ने बताया कि इस स्थिति में हम लोग कैसे हाज़िर हो सकते थे , अतः हम लोगों ने डी एफ ओ महोदय को रजिस्टर्ड पत्र लिखकर नई तिथि व समय मांग की है |

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015  के अक्टूबर में बनकटवा वन क्षेत्र के तत्कालीन रेंजर पी डी राय ने भी इसी तरह जाँच की थी और समय निकल जाने के बाद नोटिस भेजा था | फिर मीडिया में मामला उछला , तो उन्होंने मजदूरों को बुलाया , उनसे दस्तखत अथवा अंगूठे की छाप ली और आश्वासन दिया कि ‘मैंने लिख दिया है | आप सभी को मजदूरी अवश्य मिलेगी | ‘  लेकिन मजदूरों को अभी तक मजदूरी नहीं मिल पाई |

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों तत्कालीन उप श्रमायुक्त बाल गोविन्द ने सभी मज़दूरों को बुलाया था और उनके बयान सुने थे | जिस वाचर [ सिया राम ] ने उनसे तत्कालीन फारेस्ट गार्ड नुरुल हुदा के आदेश पर काम लिया था , उसने भी शपथपत्र देकर मजदूरों के काम करने की बात पुष्ट की | ग्राम मैनडीह और टेंगनवार के दर्जन भर से अधिक मजदूरों ने बनकटवा वन क्षेत्र में 13 जनवरी से 26 मार्च 20 14 के बीच विभिन्न अवधियों में झाड़ी की सफाई और वृक्षारोपण का कार्य किया था , लेकिन उन्हें आज तक मजदूरी नहीं दी गई | आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे अपने लोगों को भुगतान करवा दिया गया , जिन्होंने कोई काम किया ही नहीं था | फिर बैंक से धनराशि निकलवाकर वनाधिकारी व कर्मचारी डकार गए | इस बाबत सामाजिक कार्यकर्ताओं के कई वक्तव्य मीडिया में आ चुके हैं | [ हमारे न्यूज़ डेस्क से ]

हर्रैया थाना क्षेत्र में बढ़ती चोरी की घटनाओं से ग्रामीणों में भय व रोष

बलरामपुर के हर्रैया थाना क्षेत्र में विगत दिनों हुई चोरी की घटनाओं से ग्रामीणों में असुरक्षात्मक भय व्याप्त है | इन्होंने पुलिस की चौकसी बढ़ाने की मांग की है | पिछले कुछ ही दिनों में ग्राम मैनडीह में ताबड़तोड़ तीन चोरियां हुईं | संवारी पुत्री झाबू के घर की पक्की दीवाल को नीचे से चोरों ने खोद डाली और हजारों की नक़दी व जेवरात उठा ले गए | राज कुमार मिश्र के यहाँ भी चोर उनके घर के सामान उठा ले गए | बच्चा राम के यहाँ भी चोरी हुई | टेंगनवार गाँव में भी चोरी की खबर है | ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस की 100 नंबर की सेवा केवल अवैध उगाही का साधन बन गई है | ग्रामीण पुलिस की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट हैं , इसलिए उन्होंने चोरी की किसी भी घटना की ऍफ़ आई आर नहीं करायी है , क्योंकि उन्हें आशंका है कि पुलिस उलटे उन्हें ही तंग – त्रास करेगी | [ हमारे संवाददाता से ]

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