शादी करने का झांसा देकर पहले उसे लगभग साल भर अपने घर रखा , उसका खेत बेचवा दिया और इसके एवज़ में मिले तीन लाख रुपए लेकर साधू नामक व्यक्ति [ उम्र 45 वर्ष ] ने उसे घर से निकाल दिया | भुक्तभोगी बड़का [ उम्र 40 वर्ष ] पिछले कई महीनों से दाने – दाने को मुहताज है | उसका गुज़र – बसर बड़ी मुश्किल से हो पा रहा है | वह थाने से लेकर जिलाधिकारी के पास तक कई बार चक्कर लगा चुकी है , मगर साधू का बाल बांका नहीं हो सका है | अभी तक न तो उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है और न ही बड़का को उसके पैसे मिल सके हैं | पुलिस पर इस पूरे मामले को दबाने का गंभीर आरोप है | बहरहाल बड़का ने जिलाधिकारी बलरामपुर की अदालत में आवेदन – पत्र दे रखा है , जिसकी कई तारीखें पड़ चुकी हैं | मगर अब तक कोई समाधान नहीं निकल सका है |
यह मामला बलरामपुर [ उत्तर प्रदेश ] के हर्रैया थानान्तर्गत पुरवा [ सोनपुर ] का है | प्राप्त विवरण के अनुसार , बड़का के पति गुल्ले [ पासी ] की मृत्यु लगभग दो साल पहले हो गई थी | उसके पास तीन बीघे खेत था , जो उत्तराधिकारी के रूप में बड़का के नाम आ गया , तो गाँव के ही साधू पुत्र बृज लाल की नज़र उसके खेत पर गई | वह उसे हड़पने की तदवीर सोचने लगा | उसने बड़का को शादी करने का लालच दिया और जीवन भर उसकी परवरिश करने का वादा किया | वह उसके झांसे में आ गई और उसके घर भी रहने लगी ,लेकिन वह शादी करने से पिछड़ता रहा | यह झूठी बात कहता रहा कि शादी हो जाएगी | जल्दी क्या है ?
कुछ ही समय बीतते ही उसने बड़का से अपना सारा तीन बीघा खेत बेच डालने को कहा | उसने कहा कि जो पैसे मिलेंगे , उसे बैंक में जमा कर देंगे और घर का खर्च चलता रहेगा | उसने रज़ामंदी ज़ाहिर नहीं की , फिर भी वह ग्राहक की तलाश में लग गया | आख़िरकार बड़का ने राधेश्याम , अलखराम और मंशा राम के हाथ तीन लाख रुपए में खेत बेच दिया | बड़का ने बताया कि एक दिन उसने उससे कहा कि चलो तुम्हारे बैंक एकाउंट में पैसे उसे जमा करा देते हैं | फिर वह उसे बैंक ले गया , लेकिन बड़का के एकाउंट में पैसे नहीं जमा कराया | बक़ौल बड़का , साधू ने अपने एकाउंट में पैसे जमा करवा लिए | फिर उसे घर से निकाल दिया | इसके बाद बड़का ने 27 जुलाई 2017 को थानाध्यक्ष , हर्रैया को एक तहरीर दी , जिसकी जाँच के लिए एस आई राम लखन आए | उन्होंने दो अवधियों में साधू को बुलवाया और पूछताछ की | बड़का और उनके गाँव के भोंदू गुप्ता नामक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि उक्त एस आई ने साधू से एक बार पांच हज़ार रुपए और एक बार तीन हज़ार रुपए लेकर उस पर कोई कार्रवाई नहीं की , जिसके चलते जिलाधिकारी , बलरामपुर की सेवा में आवेदन – पत्र दिया गया | मगर अभी तक साधू के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई संभव नहीं हो पाई है | बड़का ने ‘ भारतीय संवाद ‘ को बताया कि जब वे साधू से अपने रुपए मांगती हैं , वह उन्हें डराता – धमकाता और जान से मारने की बात कहता है | [ हमारे संवाददाता से ]