बलरामपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की सप्लाई के बार – बार बाधित और ठप होने से उपभोक्ता हैरान – परेशान हैं | हैरान इसलिए कि उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो पा रही है | मध्यांचल विद्युत् वितरण निगम लि. का कस्टमर केयर मात्र दिखावा साबित हो रहा है, जिसका नतीजा यह भी है कि महीने भर तक लोग अँधेरे में रहने को मजबूर रहे | बिजली की आपूर्ति ठप रहने की सात बार शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन कुछ न किया गया | समाधान की रिपोर्ट बार – बार लगाई जाती रही ! इस कार्यप्रणाली के लिए बिजली विभाग को नकारा विभाग के तौर पर काम करने के लिए क्या ‘सम्मानित ‘ नहीं किया जाना चाहिए ?

बलरामपुर जनपद के हर्रैया सतघरवा पॉवर हॉउस के अंतर्गत हर्रैया सतघरवा ब्लाक के मैनडीह गॉँव में पिछले महीने अर्थात अगस्त 2019 में लगभग एक महीने तक बिजली गुल रही | इस दौरान  बिजली अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही और अकर्मण्यता भी खुलकर दिखाई पड़ी, जिसने यह साबित कर दिया कि सरकारी स्तर पर कितना झूठ बोला जाता है और किस प्रकार काम को टाला जाता है ! हुआ यह कि लगभग बारह दिन तक पूरे गाँव को अँधेरे में डूबे रहने के बाद 13 अगस्त 2019 को शिकायत दर्ज कराई गई, जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर MV 1308193646  दिया गया | इसके जवाब में 16 अगस्त को SMS भेजकर बता दिया गया – Complaint no.  MV 1308193646 is resolved.अर्थात शिकायत का निवारण कर दिया गया है, जबकि हक़ीक़त में कुछ भी नहीं किया गया ! स्वतंत्रता दिवस भी बीत गया | उपभोक्ता यह गुमान कर रहे थे कि देश की आज़ादी मिलने का बिजली विभाग ज़रूर लिहाज़ करेगा, मगर यह सिर्फ़ गुमान रहा | निराश ग्रामीणों ने 16 अगस्त 2019 को फिर शिकायत दर्ज कराई, जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर MV 1608190935 मिला |  कस्टमर केयर ने बिजली आपूर्ति करवाने का आश्वासन दिया, लेकिन हुआ कुछ नहीं | लोग गर्मी के मारे हाल – बेहाल रहे |

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17 अगस्त को  झूठा SMS आया कि शिकायत दूर कर दी गई है | मगर सच्चाई यह है कि एक सेकेंड के लिए भी बिजली नहीं आई | दिन – प्रतिदिन गुज़रते रहे | मैनडीह गाँव के दर्जनों बिजली उपभोक्ता बिजली विभाग के इस रवैये से बुरी तरह निराश हो गए और लाचारी के कारण ख़ामोश बैठ गए | मगर यह ख़ामोशी कुछ काम न आई ! फिर 26 अगस्त 2019 को शिकायत दर्ज कराई गई,  जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर मिला MV 2608193406 , जिसका भी पहले जैसा जवाब मिला | बिजली की आपूर्ति बहाल नहीं की गई | ट्रांसफार्मर जला पड़ा रहा | फिर 28 अगस्त को  शिकायत दर्ज की गई | कस्टमर केयर ने नया रजिस्ट्रेशन नंबर दिया MV 2808194053 , जिसका भी समाधान हो जाना बता दिया गया !!बिजली विभाग के झूठ पर झूठ के सिलसिले को उपभोक्ता देखना चाहते थे कि आख़िर यह यह कब टूटता है ? फिर अपनी शिकायत के क्रम को आगे बढ़ाते हुए 31 अगस्त 2019 को पुनः शिकायत दर्ज कराई गई | रजिस्ट्रेशन नंबर मिला MV 3108191570 | इसके बाद भी एक शिकायत दर्ज हुई, तब जाकर एक सितंबर को ट्रांसफार्मर बदला | आख़िर बिजली विभाग की इस कार्यप्रणाली पर कौन न फ़िदा हो जाए ? सवाल है कि इस मामले के ज़िम्मेदार अधिकारी व अन्य अपने पद पर बने रहने के अब भी पात्र हैं ? बिजली की क़ीमत बढ़ानेवाली उत्तर प्रदेश सरकार को इस बारे में ज़रूर सोचना चाहिए |  [ हमारे प्रतिनिधि से ]

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