साहित्य

महान गजलकार दुष्यंत कुमार की एक महान रचना

ये सारा जिस्म झुक कर बोझ से दुहरा हुआ होगा मैं सजदे में नहीं था आपको धोखा हुआ होगा यहाँ तक आते-आते सूख जाती हैं कई नदियाँ मुझे मालूम है पानी कहाँ ठहरा हुआ होगा ग़ज़ब ये है कि अपनी मौत की आहट नहीं सुनते वो सब के सब परीशाँ Read more…

खबरनामा

फकीरों की बस्ती में गुरु नानक देव और भाई मरदाना

बाबा नानक के जीवन में ऐसा उल्लेख है कि वे अपनी अनंत यात्राओं में विदेश यात्राएं भी कीं | मक्का में काबा तक भी गये | अरब वे एक ऐसे गांव के पास पहुंचे जो फकीरों की ही बस्ती थी। सूफियों का गांव था। और उन सूफी दरवेशों का जो Read more…