[ 1 ]
कोई ऐसा चराग़ लाओ मेरे दोस्तो ,
जो हर शै को अँधेरे से निकाल लाए |
– राम पाल श्रीवास्तव ‘अनथक’
[ 2 ]
आओ सब मिलकर एक – एक दीप जलाएं ,
अब मुश्किल नहीं है अँधेरे को मिटाना |
-राम पाल श्रीवास्तव ‘अनथक’
[ 1 ]
कोई ऐसा चराग़ लाओ मेरे दोस्तो ,
जो हर शै को अँधेरे से निकाल लाए |
– राम पाल श्रीवास्तव ‘अनथक’
[ 2 ]
आओ सब मिलकर एक – एक दीप जलाएं ,
अब मुश्किल नहीं है अँधेरे को मिटाना |
-राम पाल श्रीवास्तव ‘अनथक’
21 पुस्तकों की समीक्षा पढ़ने का मतलब आपने 21 पुस्तकों को पढ़ भी लिया और समझ भी लिया यानी मुफ्त में इतनी सारी पुस्तकें पढ़ने को मिल गयीं, ये दूसरी बात है इनमें से 8 Read more…
“त्राहिमाम युगे युगे” सच्चाई से रूबरू कराता एक उपन्यास:-जाने माने पत्रकार,कवि,लेखक,अनुवादक व हिंदी,उर्दू,फ़ारसी भाषाओं के सिद्धहस्त कलमकार श्री रामपाल श्रीवास्तव की न्यू वर्ल्ड पब्लिकेशन, दिल्ली से सद्यः प्रकाशित उपन्यास”त्राहिमाम युगे युगे”पढ़ने को मिला।रोचक भाषा शैली Read more…
उपन्यास ‘त्राहिमाम युगे युगे’ को पढ़ने और उस पर पाठकीय प्रतिक्रिया लिखने का अवसर मिला | ‘त्राहिमाम युगे युगे’ एक उपन्यास है जिसे जनपद बलरामपुर में जन्मे श्री रामपाल श्रीवास्तव ने लिखा है । उपन्यास Read more…