देश-देशांतर

शिनाख़्त का बहाना 

टेम्स का हरित वर्णी वेस्ट मिनिस्टर ब्रिज गवाह है सदियों का हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स की हरित सीटों की भाँति हमारे इनहितात का फिर भी सच है – लंदन में बसता है भारत पाकिस्तान, चीन बाँग्लादेश और जापान भी ‘ मिनी फॉर्म ‘ पेश करते इनके ग़ोशे इनके लघुरूप याद दिलाते Read more…

देश-देशांतर

ओ, ताना रिक्शा ! तू गया, सामंतवाद क्यों नहीं ले गया… अलविदा

लगभग 35 वर्ष पहले जब मैं कोलकाता गया था बीबीसी के एक चुनावी कवरेज ( सर्वे ) का हिस्सा बनने, तब तक यह महाशहर अपने असली वजूद में था। उस वक्त कहा जाता था कि जिसने हाथ रिक्शा नहीं देखा और उस पर सवारी नहीं की, उसने कोलकाता का असली Read more…

देश-देशांतर

गीत जो मर्सिया बन जाता है !

चीन में जब से गिद्ध आए कबूतर नहीं उड़े ! मगर क्यों ? सबकी आंखें बंद हैं सबकी हरकतें बंद हैं उन्हें नहीं सुनाई पड़ती सिसकती आवाज़ें नहीं महसूस होती क्रूर पीड़ा निचुड़ती उम्मीदें बिछड़ती सांसें ! कोई जीवंतता नहीं मगर चंगेज़ ज़िंदा है भेड़ियों के भेष में दाल – Read more…

देश-देशांतर

हाशिमपुरा – जो लाश गिरी वो मेरी ही तो थी …

दंगे में जो लाश गिरी वो मेरी ही तो थी, हम हिंदू मुस्लिम का बहाना कब तलक बनाते ? – अनथक पूर्व पुलिस अफसर और हिंदी साहित्यकार विभूति नारायण राय की पुस्तक ” हाशिमपुरा 22 मई ” पढ़ने को मिली। इस पुस्तक पर सबसे ऊपर लगभग 36 प्वाइंट में यह Read more…

देश-देशांतर

ऐ आफ़ताबे सुबहे वतन! तू किधर है आज

ऐ आफ़ताबे सुबहे वतन! तू किधर है आज, तू है किधर कि कुछ नहीं आता नज़र है आज। तुझ बिन जहां है आंखों में अंधेर हो रहा, और इंतिज़ामे दिल ज़बरो ज़ेर हो रहा। तुझ बिन सब अहले दर्द हैं दिल मुर्दा हो रहे, और दिल के शौक़ सीनों में Read more…

खबरनामा

जनता की ख़ातिर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल-डीज़ल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती को विभिन्न क्षेत्रों पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाला बताया। ‘ It is always people first for us !’ प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे लिए हमेशा से लोग पहले होते हैं। उन्होंने कहा कि इसका विभिन्न Read more…

खबरनामा

देश में अम्न व इन्सानियत का संदेश – वक़्त की बड़ी ज़रूरत

देश के शुभचिंतकों , हितैषियों और विवेकशील लोगों को इस बात का शिद्दत से अहसास है कि हमारा देश इस समय सांप्रदायिकता की आग में तेज़ी से जलने लगा है | उन्हें इस बात की काफ़ी चिंता भी है कि अगर इस नकारात्मक प्रवृत्ति पर फ़ौरन रोक नहीं लगाई गयी , तो स्थिति काफ़ी गंभीर हो सकती Read more…

खबरनामा

मीडिया बोले तो…. सारे अपराध करो , फिर भी बचे रहो 

क्या आज की मीडिया ग़ैर ज़िम्मेदार हो गई है या ग़ैर ज़िम्मेदार होकर ग़ुलाम बन चुकी है ? दोनों बातें सच हैं ! देश के लोकतंत्र के लिए घातक हैं !! और इसका वर्तमान रूप में बना रहना बड़ी सांसत !!! प्रेस परिषद के पूर्व अध्यक्ष जस्टिस चन्द्रमौलि कुमार प्रसाद का एक Read more…

देश-देशांतर

मासूम बच्चियों के साथ बढ़ते दुष्कर्म का ज़िम्मेदार कौन ?  

मनुष्य का एक रूप ही देव मानव का, तो मनुष्य का ही दूसरा रूप नर पशु और  नर पिशाच का माना जाता है । दोनों इस धरती पर आम मानव के रूप में पैदा होते एवं मरते खाते – पीते है, किंतु पैदा होने के बाद दोनों अपनी अपनी प्रवृत्तियों Read more…

अतिथि लेखक/पत्रकार

अयोध्या में 1992 जैसे हालात ?

    अगर प्रौराणिक ग्रन्थों एवं इतिहास को साक्षी मानकर देखा जाय तो यह सही है कि त्रेतायुग में अवध क्षेत्र में विष्णु भगवान ने अपने वायदे के मुताबिक अयोध्या के चक्रवर्ती सम्राट प्रथम आदिपुरुष एवं आदिनारी मनु सतरूपा के वंशज महाराजा दशरथ के यहाँ अपने चार भाइयों के साथ Read more…

देश-देशांतर

सबके थे नारायण दत्त 

राजनीति जनसेवा के मूल सिद्धांत पर आधारित होती है और राजनेता जनसेवक होता है।राजनीति जितनी गंदी इस समय हो गयी है उतनी गंदी पहले कभी नहीं रही और समय समय पर राजनीति में भी महापुरुष पैदा होते रहे हैं।अपने मृदुभाषी कार्यशैली के दम पर दशकों तक लोगों के दिलों में Read more…

देश-देशांतर

समलैंगिकता की ख़तरनाकी, अब नहीं बचेगी थाती

समलैंगिकता को अब अपराध की सूची से बाहर कर दिया गया है | सुप्रीम कोर्ट ने गत 6 सितंबर 2018 को अपने पुराने फ़ैसलों को पलटकर जनमानस को चौंका दिया | अब दो वयस्कों के बीच सहमति से बनाए गए समलैंगिक संबंध अपराध नहीं रहे | सुप्रीमकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश Read more…

देश-देशांतर

मरते किसान , मौज़ करते धनवान !

महाराष्ट्र के बाद मध्य प्रदेश में किसानों की आत्महत्या की घटनाएं बड़ा मुद्दा बनी हुई हैं। कर्ज में डूबे या फिर फसल के कम दाम से परेशान कई किसानों के जान देने की खबरें समय-समय पर सामने आती रहीं हैं। सरकार ने कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट को बताया था Read more…

देश-देशांतर

घोटाले दर घोटाले …… जितने बड़े घोटाले , उतनी ऊंची परवाज़

19 अगस्त 2014 को देश को भ्रष्टाचार की बीमारी से मुक्त कराने की प्रतिबद्धता जताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कैथल [ हरियाणा ] में एक राजमार्ग परियोजना का उद्घाटन करने के बाद सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि ” मेरी सरकार कैंसर से भी ज्यादा खतरनाक Read more…

देश-देशांतर

 बैंकों में जमा रक़म रहे सुरक्षित 

फाइनेंशियल रिजोल्यूशन एंड डिपॉजिट इंश्योरेंस [ एफआरडीआई ] बिल को लेकर अभी तस्वीर साफ़ नहीं हो पाई है , हालाँकि इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बैंकों के खाताधारकों का पैसा हरहाल में सुरक्षित एहने का आश्वासन दिया है | इस बिल को सरकार ने पिछले Read more…