टेम्स का हरित वर्णी
वेस्ट मिनिस्टर ब्रिज
गवाह है सदियों का
हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स
की हरित सीटों की भाँति
हमारे इनहितात का
फिर भी
सच है –
लंदन में बसता है भारत
पाकिस्तान, चीन
बाँग्लादेश और जापान भी
‘ मिनी फॉर्म ‘ पेश करते
इनके ग़ोशे
इनके लघुरूप
याद दिलाते वाराणसी का
विभिन्न संस्कृतियों के मेल का
गुलदस्ते का
जो लंदन में बन जाता उपवन
बहुदेश का
सभी फ़रोग पाते
क्षेत्रीयता बँध जाती
अंतरराष्ट्रीय बोध कराती
फिर
वाराणसी का बँगाली टोला,
जंगमबाड़ी बँगालियों से
गुरुबाग़ सिखों से
मदनपुरा मुसलमानों से
छिन जाता है
लंदन एकाकार हो जाता है
भारत वर्ष बन जाता है !
बस जाता है
लंदन के वेमले में
साउथ हॉल में
मिनी पंजाब कहलाता है
नाइट क्लबों के
 केंद्र सोहो में चीनी,
बॉन्ड स्ट्रीट में फ़्रांसीसी,
 तो टोटेनम कोर्ट में जापानी
परचम फहराता है
हकनी रोड
पाकिस्तानियों/ बांग्लादेशियों के लिए
आरक्षित हो जाता है !
…..
अब चाहे अमृतसर, चंडीगढ़ जाइए
या साउथ हॉल
बात एक ही लगती है
चाहे अहमदाबाद, लखनऊ जाइए
या वेमले
बात एक ही लगती है
हकनी रोड में उर्दू ,
बाँग्ला की ठाठ है
बोली जातीं आपस में
सुर-सरिता बहातीं
मगर हिंदी ?
अपने वजूद पर रोती है
शिनाख़्त का बहाना ढूँढती है
नहीं मुखरित हो पाती
सकुचाती है
हीन भावना से
दिलों में दबी रहती है !
दिल ही दिल में घुटती है !
फिर कोई नहीं बोल पाता हिंदी
दिवस तक याद नहीं रहता
जल प्रवाह अवरुद्ध हो जाता
टेम्स का !
वेस्ट मिनिस्टर गवाह जो ठहरा
ढपोरशंखों का  !!
–  राम पाल श्रीवास्तव ‘ अनथक ‘
20 जनवरी 2023

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