अतिथि लेखक/पत्रकार

श्याम लाल पथरकट – तराई के महान सेनानी

मेरे पिताजी स्व० श्याम लाल पथरकट की तराई के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों में अग्रिम पंक्ति में गणना की जाती है। उन्होंने जिस साहस और पराक्रम का परिचय दिया और भारत माता को परतंत्रता की बेड़ियों से आज़ाद कराने में जो क़ुर्बानियां दीं , वे उल्लेखनीय,अतुलित और मेरे लिए सदा गौरव का परचम Read more…

खबरनामा

“त्राहिमाम युगे युगे” – एक कालजयी रचना 

राम पाल श्रीवास्तव जी का उपन्यास ‘त्राहिमाम युगे युगे’ प्राप्त हुआ है। ‘त्राहिमाम युगे युगे’ एक संस्कृत वाक्यांश है। जिसका अर्थ है– “हे प्रभु, हर युग में मेरी रक्षा करो।” ‘त्राहिमाम युगे युगे’ न्यू वर्ल्ड पब्लिकेशन, नई दिल्ली से प्रकाशित एक बहुत ख़ूबसूरत क़िताब है। जिसकी साज-सज्जा और बाइंडिंग क़ाबिल-ए-तारीफ़ Read more…

अतिथि लेखक/पत्रकार

“त्राहिमाम युगे युगे” – सच्चाई की खुली दास्तान 

“त्राहिमाम युगे युगे” सच्चाई से रूबरू कराता एक उपन्यास:-जाने माने पत्रकार,कवि,लेखक,अनुवादक व हिंदी,उर्दू,फ़ारसी भाषाओं के सिद्धहस्त कलमकार श्री रामपाल श्रीवास्तव की न्यू वर्ल्ड पब्लिकेशन, दिल्ली से सद्यः प्रकाशित उपन्यास”त्राहिमाम युगे युगे”पढ़ने को मिला।रोचक भाषा शैली व आमजन के सरोकारों से जुड़े विषय वस्तु के कारण जिज्ञाशा जगी तो पढ़ता ही Read more…

खबरनामा

पुस्तक कुछ कहती है 

कहानियों का कारवाँ (उर्दू एवं अरबी की चयनित कहानियाँ) अनुवाद एवं संपादन – राम पाल श्रीवास्तव प्रकाशक – समदर्शी प्रकाशन, साहिबाबाद प्रथम संस्करण – 2024 मूल्य – 200 रुपए ….. उर्दू “कहानियों का कारवाँ” वजही (1635) की प्रतीकात्मक कथा “सबरस” से शुरू होकर सैयद सज्जाद हैदर की कहानी “नाश्ते की Read more…

खबरनामा

मन-मस्तिष्क को झिंझोड़ते हुए

“बचे हुए पृष्ठ ” द्वारा : राम पाल श्रीवास्तव विधा : आलेख शुभदा बुक्स द्वारा प्रकाशित पृष्ठ संख्या : 181 मूल्य : 320.00 समीक्षा क्रमांक :112 समीक्षा का ब्लॉग लिंक : https://atulyakhare.blogspot.com/…/Bache-Huye-Prisht-By… समय समय पर उपजी भिन्न भिन्न राजनीतिक परिस्थितियों एवं उनसे संबद्ध ज़ुदा जुदा परिवेशों पर एवं विभिन्न ज्वलंत Read more…

अतिथि लेखक/पत्रकार

हम मरि जाब, हमरे लिये कोऊ कुछू नाही करत हय !

एक दिन अवधी महारानी ने शोकाकुल होकर मुझसे कहा, ” तू लोग काहे हमार दुरगत करत जात हव ? हमरे लिये कोऊ कुछू नाही करत हय … ऐसन मा हमरे मरैम केत्ती देर हय।” मैंने कहा कि आपने अच्छा किया। हमें ध्यान दिलाया। आप ठीक कहती हैं। हम लोगों ने Read more…

खबरनामा

बलरामपुर को ” पांचों पांडवों ” की याद कब आएगी ?

अमृत महोत्सव चल रहा था , चल रहा है । आमजन में देश की स्वाधीनता के लिए जी तोड़ कोशिश करनेवाले अमर सेनानियों के प्रति बढ़चढ़ कर कृतज्ञता का भाव पाया जाना स्वाभाविक है। अफ़सोस की बात है कि बलरामपुर के अमर शहीदों को सही अर्थों में सम्मान दिया जाना Read more…

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अशफ़ाक़ुल्लाह खां, जिन्होंने शहादत का जाम हंस के पिया

ज़बाने हाल से अशफ़ाक की तुर्बत ये कहती है, मुहिब्बाने वतन ने क्यों हमें दिल से भुलाया है? बहुत अफ़सोस होता है बड़ी तकलीफ़ होती है, शहीद अशफ़ाक की तुर्बत है और धूपों का साया है। शहीद अशफ़ाक उल्लाह खां ने अपनी इस रचना के द्वारा अपनी शहादत का ऐलान Read more…

खबरनामा

जनता की ख़ातिर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल-डीज़ल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती को विभिन्न क्षेत्रों पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाला बताया। ‘ It is always people first for us !’ प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे लिए हमेशा से लोग पहले होते हैं। उन्होंने कहा कि इसका विभिन्न Read more…

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देश में अम्न व इन्सानियत का संदेश – वक़्त की बड़ी ज़रूरत

देश के शुभचिंतकों , हितैषियों और विवेकशील लोगों को इस बात का शिद्दत से अहसास है कि हमारा देश इस समय सांप्रदायिकता की आग में तेज़ी से जलने लगा है | उन्हें इस बात की काफ़ी चिंता भी है कि अगर इस नकारात्मक प्रवृत्ति पर फ़ौरन रोक नहीं लगाई गयी , तो स्थिति काफ़ी गंभीर हो सकती Read more…

खबरनामा

मीडिया बोले तो…. सारे अपराध करो , फिर भी बचे रहो 

क्या आज की मीडिया ग़ैर ज़िम्मेदार हो गई है या ग़ैर ज़िम्मेदार होकर ग़ुलाम बन चुकी है ? दोनों बातें सच हैं ! देश के लोकतंत्र के लिए घातक हैं !! और इसका वर्तमान रूप में बना रहना बड़ी सांसत !!! प्रेस परिषद के पूर्व अध्यक्ष जस्टिस चन्द्रमौलि कुमार प्रसाद का एक Read more…

खबरनामा

प्रदीप मिश्र की ‘भूख’ का यथार्थ 

प्रतिभावान कथाकार प्रदीप मिश्र की चर्चित कहानी ‘भूख ‘ पढ़ने का लोभ – संवरण नहीं कर सका। यह कहानी समाज की सीधी अक्कासी करती है, जो हक़ीक़त पर आधारित अधिक लगती है। अगर ऐसी न होती, तो शायद ही पुरस्कृत होती। वैसे किसी भी समाज में हर जगह एक जैसी Read more…

खबरनामा

आर टी ई फीस प्रतिपूर्ति मामले में सरकार की फ़ज़ीहत

आर टी ई फीस प्रतिभूति मामले में सरकार को झटका लगा है | हाईकोर्ट ने एक फ़ैसले में मामले की सुनवाई एक अक्टूबर 2019 को मुक़र्रर की है | 

खबरनामा

सेन्ट्रल बैंक में जबरन लिए जा रहे आधार और थंब प्रिंट 

सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बावजूद कि बैंक एकाउंट और मोबाइल सिम के लिए आधार आवश्यक नहीं है, सेन्ट्रल बैंक आफ इण्डिया की नई दिल्ली स्थित सुखदेव विहार शाखा में जबरन आधार संख्या ही नहीं आधार आधारित ‘थंब प्रिंट’ लिए जा रहे हैं | यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश Read more…

खबरनामा

 लुटे उपभोक्ताओं को सुप्रीम कोर्ट ने दी बड़ी राहत 

 इस देश का दुर्भाग्य है कि यहाँ पर अक्सर हर स्तर पर उपभोक्ताओं का शोषण दोहन ही नहीं उनके साथ छलकपट धोखाधड़ी की जाती है। उपभोक्ता चाहे जिस क्षेत्र से जुड़ा हो उसे बलि का बकरा बनाने का दौर शुरू हो गया है और विभिन्न कम्पनियों की उपभोक्ताओं के साथ Read more…