धर्म
बिन गुरु होत न ग्याना …
दत्तात्रेय से मिली गुरु – शिष्य परंपरा – प्रदीप कात्यायन भारतीय_संस्कृति में गुरू की बड़ी महिमा है |गुरू शिष्य परम्परा भारतीय संस्कृति के दर्शन का मूलाधार है। गुरु-शिष्य परम्परा के अन्तर्गत गुरु अपने शिष्य को शिक्षा (गुर सिखाता है) देता है, बाद में शिष्य गुरु के रूप में दूसरों को शिक्षा देता है, यह क्रम Read more…