खासमखास

ग़रीबी के ग्रामर को समझना है ज़रूरी  

क्या भारतीय समाज में अब भ्रष्टाचार इतना रच – बस गया है कि इसके ख़िलाफ़ उठनेवाली आवाज़ें बहुत धीमी पड़ गई हैं ? अब शायद ही कोई राजनीतिक दल भ्रष्टाचार के खिलाफ़ संजीदा कोशिशें कर रहा है | जिस देश में ग़रीबी का ग्राफ़ लगातार बढ़ रहा हो,भुखमरी और आत्महत्या Read more…

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सीबीआई की गरिमा को धुंधला न पड़ने दें 

 सीबीआई समय-समय पर विवादों के घेरे में आती रही है। यह भी कहा जा सकता है कि जब-जब सीबीआई पर राजनीतिक दबाव पड़ा, तब-तब उसकी कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगे। सीबीआई को लेकर इन दिनों देश में जो हो रहा है, वह चिंताजनक तो है ही, हास्यस्पद भी है और दुर्भाग्यपूर्ण Read more…

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क्या पिंजरे में ही ‘तोता’ मर जाएगा ?

क्या देश के सभी विभाग भ्रष्ट हैं ? इस सवाल का सही – सपाट जवाब देने में भले ही हमें कुछ हिचकिचाहट हो, लेकिन यह ज़रूर कह सकते हैं कि जिस सी बी आई पर देशवासियों का अटूट भरोसा रहा है, वह अब बड़े शक के दायरे में है ! Read more…

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नेताजी न होते तो देश की आज़ादी ……..

सभी जानते हैं कि इस देश से अंग्रेजी सरकार को भगाने में महात्मा गांधी के अहिंसात्मक आंदोलन से अधिक अहम भूमिका नेताजी सुभाषचंद्र बोस और उनकी आजाद हिन्द फौज की थी। बरतानिया सरकार कांग्रेस के धरना प्रदर्शन आंदोलन से उतनी भयभीत नहीं थी जितना नेताजी की फौज से थी। आजादी Read more…

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पत्रकारिता शर्मसार, अकबर होशियार ! 

इतिहास गवाह है कि जब – जब इस धरती पर नारी को भोग्या बनाने का प्रयास हुआ है, तब – तब महाभारत जैसा महायुद्ध एवं महाविनाश हुआ है,वह चाहे सीताजी को लेकर राम – रावण के बीच हुआ हो, चाहे द्रोपदी को कौरवों एवं पाण्डवों के बीच हुआ हो या Read more…

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छेड़िए इक जंग, मिल-जुल कर ग़रीबी के ख़िलाफ़

पिछले हफ़्ते एक साथ दो ख़बरें मीडिया में आईं। पहली ख़बर यह कि पिछले दस वर्षों में सरकारी गोदामों में रखा क़रीब सात लाख अस्सी हज़ार कुंतल अनाज सड़ गया। सड़ने की ख़ास वजह अनाज का बरसाती पानी से भीगना बताया जाता है। यह तथ्य भी सामने आया कि बदइन्तिज़ामी Read more…

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भ्रष्टाचार – रिश्वतख़ोरी का अंत ऊपर से ही

हमारे देश में रिश्वत लेना और रिश्वत देना दोनों ग़ैर क़ानूनी है , अपराध है , फिर भी दोनों का लगातार फैलाव होता जा रहा है। इसी वर्ष 24 जुलाई को भ्रष्टाचार निवारण संशोधन विधेयक लोकसभा में पारित होने और बाद में क़ानून बनने से ऐसा लगने लगा था कि Read more…

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काले धन की बोतल से निकला संदेसरा जिन्न !

ललित मोदी , विजय माल्या , मेहुल चौकसी , नीरव मोदी आदि के बाद गुजरात की फार्मा कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक का मालिक नितिन जयंतीलाल संदेसरा और उसका परिवार पिछले दिनों भारतीय बैंकों का 5,383 करोड़ रुपए क़र्ज़ लेकर देश से भाग चुका है। बताया जाता है कि भारत से दुबई Read more…

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लखनऊ में पत्रकारिता के नाम पर ठगी, पत्रकार फंसा

      वही हेमन्त कुमार मिश्रा ने एक हिन्दी साप्ताहिक/मासिक समाचार पत्र के संपादक विनीत कुमार राय, महेश साहू, चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव सहित दाबिर सिद्दीकी, सुनील कुमार के नाम झूठा मुकदमा दर्ज कराया है। हेमन्त कुमार मिश्रा ने इन अखबार के संपादकों के खिलाफ मुकदमा इसलिए दर्ज कराया कि इन संपादकों द्वारा Read more…

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कोई भी देश अपना पी एम हरगिज़ नहीं खोएगा !

सच है, दुनिया का कोई भी देश अपने प्रधानमंत्री पर हमले की साज़िश को नज़र अंदाज़ नहीं कर सकता है | ऐसा करना भी नहीं चाहिए | फिर जब हमारे देश में अराजकतावादी ऐसा करने की साज़िश रचते हैं, और उनकी धरपकड की जाती है, तो इतनी हाय – तौबा Read more…

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112 वर्ष पुराने कॉसमॉस बैंक को ले उड़े हैकर, ख़ज़ाना ख़ाली, क्या महाजनी व्यवस्था लौटेगी ? 

एस बी आई और पंजाब नेशनल बैंक में साइबर सेंधमारी में लाखों रुपए की चपत लगने के बाद से ही हम बार – बार यह सुनते आए हैं कि सरकार बैंकिंग सुरक्षा को बढ़ा रही है | लेकिन अमलन यही हो रहा है कि साइबर अपराधी लोगों की गाढ़ी कमाई पर डाका Read more…

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ए पी जे अब्दुल कलाम और समान नागरिक संहिता

पूर्व राष्ट्रपति श्री ए पी जे अब्दुल कलाम ने समान नागरिक संहिता को देश के लिए बहुत आवश्यक बताया था | इस सन्दर्भ में प्रस्तुत हैं दो प्रतिष्ठित समाचार पत्रों — नवभारत टाइम्स और THE TIMES OF INDIA के दिल्ली संस्करण की कतरनें By ” BHARATIYA SANVAD ” DESK

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जब न रहेगा आर टी आई , कैसे होगी भ्रष्टाचार की पिटाई?

आर टी आई भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ एक कारगर ‘हथियार’ है , जिसे हर वह देश अपना रहा है , जो लोकतांत्रिक होने का दावा करता और दम – खम रखता है |आज दुनिया के लगभग 80 देशों में आर टी आई क़ानून लागू है | सबसे पहले स्वीडन ने सूचना Read more…

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जो – जो काला है सफ़ेद कर दो , काले धन का नामोनिशान बाक़ी नहीं रहेगा !

अब सट्टेबाज़ी और मैच फिक्सिंग को भी कानूनी बनाने की साज़िश तेज़ हो गई है | जबकि इन्हें लेकर क्रिकेट की दुनिया बंट गई है | देश के लॉ कमीशन ने इस बाबत एक प्रस्ताव लाकर खेल प्रेमियों और देश की अर्थव्यवस्था के जानकारों को चौंका दिया है | लॉ Read more…

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गाय की आड़ में इन्सान दुश्मनी का खेल

देश की क़ानून – व्यवस्था पर सवाल उठाती हुई माब लिंचिंग की वीभत्स घटनाएं जारी हैं | झारखंड और उत्तर प्रदेश में मवेशी चोरी और गोकुशी के आरोप में तीन लोगों की पिछले दिनों पीट-पीट कर हत्या कर दी गई | झारखंड के गोड्डा ज़िले के देवटांड़ थाना क्षेत्र के Read more…