वही हेमन्त कुमार मिश्रा ने एक हिन्दी साप्ताहिक/मासिक समाचार पत्र के संपादक विनीत कुमार राय, महेश साहू, चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव सहित दाबिर सिद्दीकी, सुनील कुमार के नाम झूठा मुकदमा दर्ज कराया है। हेमन्त कुमार मिश्रा ने इन अखबार के संपादकों के खिलाफ मुकदमा इसलिए दर्ज कराया कि इन संपादकों द्वारा इनके अनैतिक कृत्यों का पर्दाफाश विगत 28 मई 2018 से लगातार मय साक्ष्यों के साथ समाचार प्रकाशित करके किया जा रहा था। समाचार प्रकाशन के बाद हेमन्त कुमार मिश्रा जब इन संपादकों को मैनेज करने में विफल रहे तो इन संपादकों को अपने वकील के माध्यम से नोटिस भिजवाया। इन संपादकों ने नोटिस का जवाब देते हुए हेमन्त कुमार मिश्रा से कहाकि आप अपना लिखित पक्ष समाचार पत्र के उपरोक्त संपादकों को प्रस्तुत करें लेकिन हेमन्त कुमार मिश्रा ने अपना पक्ष प्रस्तुत करने की बजाय इन संपादकों के खिलाफ थाना गुडम्बा में दिनांक 04/09/2018 को झूठा मुकदमा संख्या 0517 पंजीकृत करा दिया गया। हेमन्त कुमार मिश्रा नोटिस भेजने से पूर्व जब इन संपादकों को मैनेज करने में विफल हो गये थे तब इन्होंने अपने एक मित्र के माध्यम से जो वर्तमान में बसंतकुंज हरदोई रोड का रहने वाला है। उससे इन संपादकों को फोन पर धमकी दिलाया कि हेमन्त कुमार मिश्रा इन संपादकों को तडपा—तडपा करके मारेगा और इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करायेगा। खुद की अनैतिक कार्यप्रणाली के खिलाफ खबर प्रकाशित होने पर आग बबूला होकर हेमन्त कुमार मिश्रा ने इन संपादकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। थाना प्रभारी गुडम्बा डीके शाही का कहना है कि करीब आठ—दस लोगों ने हेमन्त कुमार मिश्रा खिलाफ शिकायत की थी कि वे लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लिये है। कुछ लोगों का कहना है कि हेमन्त कुमार मिश्रा ने उनकी जमीनों पर अवैध कब्जेदारी कराने के नाम पर और लोगों को पत्रकार बनाने के नाम पर पैसा लिया। डीके शाही के मुताबिक प्रथम दृष्टया मामला सही पाये जाने पर हेमन्त कुमार मिश्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की विवेचना जारी है। थाना प्रभारी के मुताबिक हेमन्त कुमार मिश्रा ने कुछ पत्रकारों के खिलाफ भी मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। मामले की विवेचना की जारी रही है । [ भारतीय संवाद डेस्क ]