जो हुआ बहुत ही दुखद हुआ। लोक गायक फव्वाद अंद्राबी को तालिबानों ने घर से घसीटकर गत 28 अगस्त 2021 को हत्या कर दी , यह कहते हुए इस्लाम में संगीत हराम है | यह हत्या इस्लाम विरोधी कृत्य है। क़ुरान की आयत 5.32 के बिलकुल खिलाफ है। जहां तक रही संगीत की बात मृतक गायक और संगीतकार इस्लाम विरोधी भी कोई गायन वादन नहीं कर रहे थे। हजरत मुहम्मद साहब ने स्वयं मदीना की लड़कियों को दफ बजाकर स्वागत गीत गाने की अनुमति दी थी। 15 वीं सदी के फारसी कवि जामी कहते हैं कि कुरान में अल्लाह कहता है कि He is blowing life into the form of man ( 38.72), it should be understood that human beings are the first musical instrument. रूमी भी थी बतलाते हैं। सही मायने में वहाबी विचारधारा ने सब कबाड़ा कर रखा है। तालिबान इसी मस्लक वाले हैं, जिनकी जितनी निंदा की जाए, कम है। बड़ी संख्या में अच्छी सोच वाले मुसलमान हैं, जिनकी सराहना की जानी चाहिए।- RPS
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“त्राहिमाम युगे युगे” – सच्चाई की खुली दास्तान
“त्राहिमाम युगे युगे” सच्चाई से रूबरू कराता एक उपन्यास:-जाने माने पत्रकार,कवि,लेखक,अनुवादक व हिंदी,उर्दू,फ़ारसी भाषाओं के सिद्धहस्त कलमकार श्री रामपाल श्रीवास्तव की न्यू वर्ल्ड पब्लिकेशन, दिल्ली से सद्यः प्रकाशित उपन्यास”त्राहिमाम युगे युगे”पढ़ने को मिला।रोचक भाषा शैली Read more…