राफ़ेल के दस्तावेज़ों के ग़ायब होने को लेकर केंद्र सरकार बुरी तरह फँस गई है | आरोप यहां तक लगाए जा रहे हैं कि जब सरकार रक्षा मंत्रालय के दस्तावेज़ों की सुरक्षा नहीं कर सकती, तो देश की सुरक्षा कैसे करेगी ? दस्तावेज़ों के ग़ायब होने को दाल में कुछ काला भी माना जा रहा है | सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बता दिया है कि राफेल लड़ाकू विमान सौदे से जुड़े दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से पिछले दिनों चोरी हो गए हैं। सरकार ने इन दस्तावेजों के आधार पर लेख प्रकाशित करने वाले एक अंग्रेजी अखबार को शासकीय गोपनीयता कानून के तहत कार्रवाई की चेतावनी दी।.दस्तावेज़ – चोरी की जांच की जा रही है, लेकिन इस गंभीर मामले की रिपोर्ट दर्ज न होने से कुछ सवाल भी उठाए जा रहे हैं | कांग्रेस ने राफ़ेल मामले में भ्रष्टाचार का केस दर्ज करने की मांग की है | मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ से अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने गत दिनों कहा कि इन दस्तावेजों को सार्वजनिक करने वाले, सरकारी गोपनीयता कानून के तहत और कोर्ट की अवमानना के दोषी हैं।.उन्होंने कहा कि हम राफ़ेल के बिना एफ़ 16 से मुक़ाबला कैसे करें ? पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई:पीठ राफेल सौदे की खरीद को चुनौती देने वाली याचिकाएं खारिज करने के शीर्ष अदालत के 14 दिसंबर 2018 के फैसले पर पुनर्विचार के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और अधिवक्ता प्रशांत भूषण की संयुक्त याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी।.याचिका में तथ्य छिपाने का आरोप लगाया गया है | आरोप है कि केन्द्र सरकार ने जनहित याचिकाओं को खारिज करने का फैसला सुनाने वाली शीर्ष अदालत से महत्वपूर्ण तथ्य छिपाए। मशहूर अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने अखबार में प्रकाशित लेख का जिक्र किया तो वेणुगोपाल ने कहा कि लेख चोरी की सामग्री पर आधारित हैं। दस्तावेजों की चोरी के मामले में अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई है। वरिष्ठ पत्रकार एन राम ने ये रिपोर्टें ‘ द हिन्दू ‘ में छापी थीं | एन राम ने जानकारी का स्रोत बताने से साफ़ इन्कार किया है | ‘द हिन्दू पब्लिशिंग ग्रुप’ के चेयरमैन एन राम के नाम से रफ़ाल सौदे पर कई रिपोर्ट प्रकाशित हुई है | एन राम का कहना है कि उन्होंने जनहित में ये सभी रिपोर्टें प्रकाशित की हैं | एन राम ने एक विदेशी समाचार एजेंसी से कहा, ”इसमें कुछ भी परेशानी की बात नहीं है ,जो प्रासंगिक था उसे हमने प्रकाशित किया है और मैं इसके साथ पूरी तरह से खड़ा हूं | एन राम ने कहा है, ”हमने रक्षा मंत्रालय से दस्तावेज़ चुराए नहीं हैं. हमें ये दस्तावेज़ गोपनीय सूत्रों से मिले हैं और इस ब्रह्मांड में कोई ऐसी ताक़त नहीं है , जो मुझे यह कहने पर मजबूर कर सके कि दस्तावेज़ किसने दिए हैं ? हमने जिन दस्तावेज़ों के आधार पर रिपोर्ट प्रकाशित की है वे जनहित में हमारी खोजी पत्रकारिता का हिस्सा है | राफेल सौदे की अहम सूचनाओं को दबाकर रखा गया , जबकि संसद से लेकर सड़क तक इसे जारी करने की मांग होती रही |” उन्होंने यह भी कहा कि लोकतांत्रिक भारत को 1923 के औपनिवेशिक गोपनीयता के क़ानून से अलग होने की ज़रूरत है | उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने अपनी वायुसेना के आधुनिकीकरण प्रोग्राम के तहत फ़्रांस की दसो कंपनी से 8.7 अरब डॉलर में 36 राफेल लड़ाकू विमानों का सौदा किया था | अटार्नी जनरल वेणुगोपाल ने कहा 8 फरवरी और 6 मार्च 2019 को प्रकाशित लेख का मकसद कार्यवाही को प्रभावित करना है। यह अवमानना जैसा है। शीर्ष अदालत ने सांसद एवं ‘आप’ नेता संजय सिंह को फटकार लगाते हुए उनकी याचिका पर सुनवाई से इन्कार कर दिया। अदालत ने कहा कि वह संजय सिंह की याचिका पर सुनवाई नहीं करेगा, क्योंकि उन्होंने न्यायपालिका के बारे में बहुत अपमानजनक बयान दिए थे। इस सिलसिले में कोई भी आदेश देश को नुकसान पहुंचाएगा | इस मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा नहीं उठता क्योंकि आरोप भ्रष्टाचार के हैं | राफेल मामला रक्षा खरीद से जुड़ा है, इसकी न्यायिक समीक्षा नहीं हो सकती है | दूसरी तरफ़ दस्तावेज़ ग़ायब होने पर सियासी तापमान गरमा गया है | कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि ” राफेल मामले की महत्वपूर्ण फाइलों से सरकार फंस रही थी। अब सरकार ने कहा है कि ये फाइलें चोरी हो गई हैं। यह सबूत को नष्ट करना और मामले पर पर्दा डालना है।.” कांग्रेस अध्यक्ष ने गत सात मार्च 2019 की सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने तंज़ कसते हुए कहा कि इस सरकार में सब गायब हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि फाइल से सीधे प्रधानमंत्री मोदी का भ्रष्टाचार जुड़ा है और इस पर कार्रवाई होनी चाहिए। राहुल गाँधी ने कहा कि पठानकोट आतंकी हमले की जांच के लिए आईएसआई को बुलाने वाले मोदी पाकिस्तान के पोस्टर बॉय हैं | ‘प्रधानमंत्री ने पठानकोट हमले के बाद जांच के लिए आईएसआई को बुलाया। वह नवाज शरीफ के यहां शादी में गए। वह नवाज शरीफ के गले मिलते हैं। नवाज शरीफ को अपने शपथ ग्रहण में बुलाते हैं। ड्रामा करते हैं तो क्या हम पोस्टर बॉय हैं? प्रधानमंत्री पाकिस्तान के पोस्टर ब्वॉय हैं।’ कांग्रेस अध्यक्ष ने फाइल गायब होने का संबंध पीएम मोदी से जोड़ते हुए आरोप लगाया, ‘एक नई लाइन निकली है- गायब हो गया, दो करोड़ युवाओं का रोजगार गायब हो गया, किसानों का पैसा गायब हो गया, डोकलाम गायब हो गया। राफेल की जो फाइलें हैं गायब हो गईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 हजार करोड़ रुपये अपने मित्र अनिल अंबानी की जेब में डाला। फाइल में यह सब था और फाइल गायब हो गई।’ कांग्रेस अध्यक्ष ने राफेल में घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि 30 हजार का जो घोटाला हुआ उसकी फाइल गायब हो गई। उन्होंने कहा कि ‘सरकार का एक ही काम है कि जो चौकीदार है उसको बचाकर रखिए। आप (सरकार) कानूनी तौर पर फाइल चोरी में जो करना चाहते हैं करिए, लेकिन न्याय सबके लिए होना चाहिए। अगर ये कागज गायब हुए हैं तो ये कागज झूठे नहीं है। कागज में साफ लिखा है कि नरेंद्र मोदी नेगोशिएशन कर रहे थे। कागजों पर कार्रवाई करें, लेकिन जिनका नाम कागज पर आ रहा है उन पर भी कार्रवाई करिए।’ राहुल गांधी ने अटॉर्नी जनरल के ऑफिशल सीक्रेट ऐक्ट के तहत फाइल चोरी के मामले में कहा कि प्रधानमंत्री पर एफआईआर क्यों नहीं हो रही? कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘इस देश में जो भी पीएम मोदी का विरोध करता है, उस पर कार्रवाई होती है। पीएमओ का मतलब आज सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है। अगर ऑफिशल सीक्रेट ऐक्ट के तहत कार्रवाई हो रही है तो करो, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी पर भी एफआईआर हो। अगर प्रधानमंत्री गलत नहीं हैं तो वह स्वयं क्यों नहीं जांच कराने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने जेपीसी की मांग क्यों ठुकराई?’ इसमें को संदेह नहीं है कि राहुल गाँधी ने राफेल को बोफोर्स जैसा चुनावी मुद्दा बनाने की बार – बार कोशिश कर रहे हैं |
भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘राहुल गाँधी कितना राग अलापेंगे ? वे वायुसेना को नहीं मानते, वे सुप्रीम कोर्ट की नहीं मानते, वे CAG को नहीं मानते तो क्या राहुल को पाकिस्तान से सर्टिफिकेट चाहिए ? राहुल जी पाक का सर्टिफिकेट आपको खुद लाना होगा।’ उन्होंने कहा कि वैसे भी इनदिनों पाक में राहुल गांधी और उनकी पार्टी के नेताओं की चर्चा खूब हो रही है। उन्होंने कहा कि ये बिल्कुल बेबुनियाद और शर्मिंदगी भरा आरोप है। राहुल गांधी देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करना बंद करें। प्रसाद ने कहा कि वे (राहुल गांधी) जानबूझकर या अनजाने में राफेल के प्रतिद्वंद्वियों के हाथों की कठपुतली बन गए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी पर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है। पाकिस्तान में कांग्रेस नेताओं के बयान प्रकाशित होने के सवाल पर राहुल ने कहा कि वहां के पोस्टर बॉय तो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि सरकार ने स्वीकार किया है कि राफेल से जुड़े दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी हो गए हैं। ऐसे में देश की सुरक्षा के लिए इस सरकार पर भरोसा कैसे किया जा सकता है।.सच है कि 1989 के लोकसभा चुनाव में पहली बार भ्रष्टाचार का मुद्दा पूरी तरह छाया रहा | तबसे लेकर आज तक चुनावी अभियानों में भ्रष्टाचार मिटाने के दावे बढ़चढ़ कर उछाले जाना आम बात हो गई है | ऐसे में इन दावों की क़लई तब खुलती है , जब भारत सूची में बुर्किना फासो, जमैका, पेरु और जाम्बिया जैसे गरीब देशों के पायदान जैसा पाया जाता है | वस्तुस्थिति यह है कि आज हमारा देश भ्रष्टाचार और नैतिक पतन से गंभीर रूप से जूझ रहा है | भ्रष्टाचार पूरी व्यवस्था को चाट रहा है | जब तक इन्सान के नैतिक अस्तित्व को सबल नहीं बनाया जाएगा, तब तक भ्रष्टाचार – उन्मूलन असंभव है |
– Dr RP Srivastava, Editor-in-Chief,” Bharatiya Sanvad ”