धर्म

मिटा दे अपनी हस्ती को……

मिटा दे अपनी हस्ती को , अगर कुछ मर्तबा चाहे | कि दाना खाक में मिलकर गुले गुलज़ार होता है || – अल्लामा इक़बाल व्याख्या – ऐ जीव , यदि तू कुछ प्राप्त करने का इच्छुक है , तो अपने अस्तित्व को अर्थात अपनी अहंता को पूरी तरह मिटा दे Read more…