अतिथि लेखक/पत्रकार
अंधेरे में से रोशनी की किरण तलाशती कविताएं
कवि दिलीप कुमार पाण्डेय ‘उम्मीद की लौ’ के बाद, दूसरे काव्य संग्रह *’अंधेरे में से’* की 81 कविताओं के माध्यम से पाठकों के समक्ष रूबरू हुए हैं। कवि की इन कविताओं से गुज़रते हुए विदित होता है कि कवि ने द्रुतमति से जीवन-परिवर्तन तथा आधुनिकता की दौड़ में झेले, भोगे, Read more…