साहित्य

बाल साहित्य / ग़ज़ल शैली में पहेलियाँ 

– [ स्व.] बम बहादुर सिंह ‘ सरस ‘ [ बलरामपुर, उत्तर प्रदेश ] [ 1 ] छिलके में दोष भारी, छिलका बहुत फिसलता , फल है सभी को प्यारा, दर्जन के भाव बिकता | [ 2 ] खंभे की भांति मोटे हैं, चार पाँव उसके , धनवान पालते हैं , Read more…