धर्म

मनुष्य जीवन में पितृऋण की अदायगी ?

  मनुष्य जीवन में तीन कर्ज ऐसे होते हैं जिन्हें उतारना हर व्यक्ति का परमधर्म होता है इनमें पितृ ऋण गुरु ऋण एवं देव ऋण माने जाते हैं और बिना इन्हें चुकता किये मनुष्य का कल्याण नहीं होता है।पितृ ऋण चुकता करने के लिये साल में एक पखवाड़ा आता है Read more…