खासमखास

तुलसीपुर की रानी लक्ष्मीबाई !

ये हैं तुलसीपुर की रानी ऐश्वर्य राज राजेश्वरी देवी, जिन्हें तुलसीपुर / बलरामपुर और कभी गोंडा की रानी लक्ष्मीबाई कहा जाता है। उन्होंने 1857 के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में अंग्रेज़ों के छक्के छुड़ाए। लोक प्रसिद्ध उपन्यासकार अमृत लाल नागर ने 1857 के ग़दर पर आधारित अपने ऐतिहासिक उपन्यास में लिखा Read more…

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इब्ने बतूता या बतूती ?

इस पुस्तक पर नज़र पड़ी। यह उपन्यास है, लेकिन शीर्षक का मतलब क्या है, शायद लेखक को भी पता नहीं। इब्न बत्तूता अरब यात्री था, चौदहवीं सदी में मोरक्को से भारत आया। उसने रिहला नामक पुस्तक लिखी, जिसमें यात्रा विवरण है। इस पर फिल्मी गाना भी बना। गुलज़ार के शब्दों Read more…