खासमखास

ओम प्रकाश वाल्मीकि : मानवीय संवेदना के मार्मिक आयामों के चितेरे

मेरे आत्मीय मित्र वरिष्ठ कथाकार एवं कवि श्री ओमप्रकाश वाल्मीकि जी अब हमारे बीच नहीं रहे | 18 नवंबर 2013 को उनका देहरादून [ उत्तराखंड ] में देहावसान हो गया | इस महान रचनाधर्मी को दलित साहित्य सृजक कहना अनुचित है | वे सही अर्थों में मानवीय संवेदना के मार्मिक Read more…