अतिथि लेखक/पत्रकार

नहीं चाहिए लूट – खसोट की पत्रकारिता 

पत्रकारिता की शुरुआत मिशन के रूप समाजिक समरसता एवं राष्ट्रीय एकता अखंडता को बनाये रखने के लिए आजादी मिलने के समय की गई थी। वैसे पत्रकारिता के क्षेत्र में नारद जी को पत्रकारिता का आदिगुरु एवं आदिपत्रकार कहा जा सकता है, क्योंकि पहले व्यक्ति थे जो  तीनों लोको का भ्रमण Read more…