साहित्य
पंडित बिस्मिल पर कीचड़ मत उछालिए
सरफ़रोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है। देखना है ज़ोर कितना, बाजु -ए-कातिल में है? वक्त आने दे , बता देंगे तुझे ए आस्माँ ! हम अभी से क्या बतायें, क्या हमारे दिल में है ? पंडित राम प्रसाद बिस्मिल की महान रचना है | एक लंबी रचना है Read more…