खासमखास

“जित देखूं तित लाल” की सुखद अनुभूति 

21 पुस्तकों की समीक्षा पढ़ने का मतलब आपने 21 पुस्तकों को पढ़ भी लिया और समझ भी लिया यानी मुफ्त में इतनी सारी पुस्तकें पढ़ने को मिल गयीं, ये दूसरी बात है इनमें से 8 पुस्तकें पहले से ही मेरे संग्रह में है और पहले से पढ़ा हुआ था। इसी Read more…