धर्म

इंसानियत के फूल 

इंसानियत वह फूल है, जिसकी ख़ुशबू पूरी दुनिया में फैलती है। यह एक नायाब तोहफ़ा है, बहुत ख़ूबसूरत बेमिसाल अज़ीम जज़्बा है। इंसानियत की कोई नस्ल, ज़ुबान और जाति नहीं होती। इसका रिश्ता इंसान की निजी ज़िन्दगी और किरदार की तामीर से है। अफ़सोस, आज इंसानियत दम तोड़ती नज़र आ Read more…

सामाजिक सरोकार

हमें गण समाज चाहिए

आज गीत बिकते हैं उनका चीर – हरण होता है बेचे जाते हैं सरेराह लिखने से पहले बिक जाते हैं ! बिक जाते हैं गीतकार गीत लिखने से पहले पेशे का पेशा बदल गई दुनिया कहाँ से कहाँ आ गए हम ? तितलियाँ अब उड़ती नहीं बस, टाँकी जाती हैं Read more…

साहित्य

राम जन्मभूमि के मौलवी

अहमदुल्लाह ” मौलवी ” नाम से मशहूर थे अयोध्या के ” राम ” थे अयोध्या में पैदा हुए किन्तु ” घनश्याम ” थे सावरकर के ” फ़रिश्ता ” थे आज़ादी के ” रावण ” और ” कंस ” के काल थे कंपनी सरकार और रॉयल ब्रिटिश इंडिया के संहारक थे Read more…

धर्म

शब्द श्री 

शब्द श्री ने दर्शन दिए मेरी श्रद्धा – भक्ति से प्रसन्न हुए कहा – मैं चाहता हूं कुछ बताऊं तुमको मैं कौन हूं ? क्या हूं ? जानोगे ? मैं थोड़ा विस्मय में पड़ गया सोचने लगा – भगवान, इस तरह, इस विशेष अंदाज़ में जो कह रहे हैं अवश्य Read more…

सामाजिक सरोकार

मेरे शब्द जब सुनना …

मेरे शब्द जब सुनना … …………………….. एक निवेदन… एक आग्रह… मेरे शब्द जब सुनना तो ज़रूर आना कविता बनके आएं या नज्म गीत बनके आएं या ग़ज़ल कहानी बनके आएं या उपन्यास ख़बर बनके आएं या फीचर पत्र बनके आएं या अग्रलेख मधुरस घोलें या गरल बिखेरें उस हाल में Read more…

साहित्य

नवजातों को कौन बचाएगा ?

कन्या भ्रूण – हत्या की बढ रही घटनाएँ चिंता का विषय बनी हुई हैं | आज 29 दिसंबर 2018 को यह ख़बर आई कि नई दिल्ली के लोनी बार्डर थानान्तर्गत इंद्रापुरी कॉलोनी में सुबह लगभग साढ़े नौ बजे अधिशासी अभियंता कार्यालय के पास एक नवजात कन्या का शव पुलिस ने बरामद किया Read more…