खासमखास

बारंबार पढ़े जाएँगे ” पढ़े जाते हुए शब्द “

” पढ़े जाते हुए शब्द ” हिंदी के यशस्वी कवि दिलजीत दिव्यांशु की चयनित कविताओं का संग्रह है, जिसका संपादन किया है वरिष्ठ कवि एवं लेखक बलवेंद्र सिंह ने | दिलजीत दिव्यांशु मानवीय संवेदना के कवि है, जिन्होंने जीवन को इंतिहाई बारीकी से समझा है और उसके मर्म को अपने Read more…

खासमखास

अदब की ग़ज़ब दास्तान ” बलरामपुर से कंजेभरिया “

लब्ध प्रतिष्ठ लेखक पवन बख़्शी जी की सद्यः प्रकाशित पुस्तक ” बलरामपुर से कंजेभरिया ” पढ़ने का अवसर प्राप्त हुआ | पुस्तक कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक से लेकर समसामयिक घटनाओं को समाहित किए हुए है | वैसे यह मूलतः बलरामपुर के इतिहास की परतें खोलती है और यहां की विशेषकर साहित्यिक, Read more…

सामाजिक सरोकार

गागर में सागर है ” शंख में समंदर ” 

वरीय उपन्यासकार डॉ. अजय शर्मा का सद्यः प्रकाशित उपन्यास ” शंख में समंदर ” दरअसल गागर में सागर है और मुझे पंजाब के अग्रणी हिंदी रचनाकार डॉ. ज्ञान सिंह मान की पुस्तक ” एक सागर अंजलि में ” [ काव्य संग्रह ] की इन पंक्तियों की याद दिला देता है Read more…