धर्म
सूफ़ी संत मंसूर हल्लाज
सूफ़ी संत मंसूर हल्लाज को मक्का में संगसारी के लिए बांधा गया | पत्थर फेंकने का आमंत्रण दिया गया | जब उनका एक करीबी दोस्त उधर से गुज़रा, तो उसे भी उन पर कुछ फेंकना था। उसकी जब पत्थर फेंकने की हिम्मत नहीं हुई तो उसने उनकी ओर एक फूल फेंक Read more…