सामाजिक सरोकार

गंगा की अविरलता का सवाल अब भी बाक़ी है ?

गंगा एवं गाय को ईश्वर का वरदान मानकर दोनों की पूजा की जाती है और दोनों आज भी करोडों लोगों की आस्था की प्रतीक बनी हुयी है। इन दोनों की उत्पत्ति बहुजन हिताय एवं बहुजन सुखाय के लिये हुयी है और दोनों अस्तित्व में आने के बाद से ही निरंतर Read more…