धर्म

परमात्मा ही ब्रह्माण्ड का वास्तविक स्वामी एवं नियंता

इन्सान अपनी करतूतों से प्रकृति के उपादानों का विनाश कर रहा है , जो भी बिगाड़ और विनष्टीकरण का कारण है | आज इंसान ख़ुद प्राकृतिक संसाधनों को मिटाने पर लगा हुआ है | लगातार प्रकृति के कार्यों में हस्तक्षेप कर इन्सान ने खुद को प्रकृति के सामने ला खड़ा किया Read more…